यदि आप भी चलाते हैं फेसबुक तो ये बाते जानना आपके लिए बहुत जरूरी है|

यदि आपने भी अपना व्यक्तिगत या अपनी किसी संस्था / व्यापार का कोई फेसबुक एकाउंट या पेज बना रखा है और आप फेसबुक पर पोस्ट करने का शौक रखते हैं या आप फेसबुक के सक्रिय उपयोगकर्ता हैं तो आपको फेसबुक के विषय में कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्य जानना बहुत आवश्यक है |
हम अपने इस लेख के माध्यम से आपको वह सभी जानकारियां उपलब्ध कराना चाहते हैं जिनको जानकर आप फेसबुक का सुरक्षित रूप से इस्तेमाल करके अपने फेसबुक एकाउंट या पेज से कई तरह के संभव लाभ प्राप्त कर सकते हैं और वर्तमान में भारत में काफी तेजी से पैर पसार रहे साइबर क्राइम से भी खुद को बचा सकते हैं| लेकिन इन सभी से पूर्व हमें भारत में फेसबुक के बिषय में कुछ आधारभूत तथ्य जानने होंगे|
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार भारत में करीब 58 करोड़ 16 लाख लोग फेसबुक का इस्तेमाल कर रहे हैं। जोकि भारत की कुल जनसंख्या का करीब 39.7% हिस्सा है| फेसबुक उपयोगकर्ताओं में सबसे सक्रिय आयु वर्ग 18–34 वर्ष के युवा हैं। फेसबुक उपयोगकर्ताओं में 68.5% पुरुष और 31.5% महिलाएँ हैं |
भारत में फेसबुक का उपयोग मुख्यतः निम्नलिखित रूपों में होता है |
1.व्यक्तिगत उपयोग (Personal Use)
फोटो और वीडियो शेयर करना
स्टेटस अपडेट करना जैसे अपनी भावनाएं, विचार, और जीवन की घटनाएं इत्यादि ।
फ्रेंड्स और रिश्तेदारों से जुड़े रहना
मेसेजिंग — Facebook Messenger के ज़रिए फ्रेंड्स और रिश्तेदारों को मेसेज भेजना |
2.समाचार और सूचना के लिए
बहुत से लोग फेसबुक को समाचार पढ़ने, वीडियो देखने और अपने क्षेत्र की लोकल जानकारी पाने का साधन मानते हैं। छोटे शहरों में तो यह लोकल रिपोर्टिंग का प्रमुख माध्यम बन चुका है।
3.व्यवसाय और मार्केटिंग
छोटे व्यापारी, दुकानदार, और स्टार्टअप अपना फेसबुक पेज बना करअपने प्रोडक्ट का प्रचार करते हैं।
कुछ व्यापारी फेसबुक मार्केटप्लेस के ज़रिए अपने उत्पाद बेचते हैं, साथ ही
Ads चला कर ग्राहक जुटाते हैं।
4.राजनीतिक और सामाजिक कैंपेनिंग
राजनैतिक दलों, सामाजिक संगठनों और एक्टिविस्ट्स द्वारा प्रचार अभियान, रैली, संदेश प्रचार। चुनावी रणनीति में भी फेसबुक का विशेष महत्व है।
5.शिक्षा और ज्ञानवर्धन
कई शिक्षक, कोचिंग सेंटर और छात्रों द्वारा शैक्षिक पेज और ग्रुप्स बनाए गए हैं।
यूट्यूब लिंक, पीडीएफ, लाइव क्लास आदि शेयर किए जाते हैं।
लेकिन आज भारत में आज फेसबुक का उपयोग जिन क्षेत्रों में प्रमुखता से हो रहा है क्या आप जानते हैं कि क्या वास्तब में फेसबुक का निर्माण इसीलिए किया गया था ?
तो इस प्रश्न का उत्तर है नहीं |
फेसबुक का निर्माण वर्तमान में भारत में हो रहे उपयोगों के लिए कतई नहीं किया गया था |
मार्क जुकरबर्ग ने फेसबुक (Facebook) का निर्माण शुरुआत में एक कॉलेज नेटवर्किंग वेबसाइट के रूप में किया था। इसका मूल उद्देश्य था हावर्ड यूनिवर्सिटी के छात्रों को आपस में जोड़ना। छात्रों को एक-दूसरे की प्रोफाइल, तस्वीरें और बेसिक जानकारी देखने का माध्यम देना। यह एक तरह का “ऑनलाइन स्टूडेंट डायरेक्टरी” था। फरवरी 2004 में, मार्क जुकरबर्ग ने “TheFacebook.com” नाम से इसे शुरू किया शुरुआती दिनों में यह केवल हावर्ड के छात्रों के लिए था। कुछ ही समय में यह अन्य आइवी लीग यूनिवर्सिटीज़ और फिर धीरे-धीरे सभी कॉलेजों तक फैल गया।
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जुकरबर्ग बताया था कि हमारा उद्देश्य “एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म बनाना था जहाँ लोग ऑनलाइन जुड़ सकें, जानकारी साझा कर सकें, और सामाजिक रूप से खुद को व्यक्त कर सकें — जैसे वे असल दुनिया में करते हैं।”
लेकिन अब इसका उद्देश्य लोगों को ग्लोबली कनेक्ट करना, कंटेंट शेयर करना, कम्युनिटी बनाना और बिजनेस/मार्केटिंग के अवसर देना हो गया है।
फेसबुक की शुरुआत एक साधारण कॉलेज नेटवर्क के रूप में हुई थी, लेकिन आज यह सोशल मीडिया का सबसे बड़ा प्लेटफ़ॉर्म है। और Instagram, WhatsApp, Messenger, Oculus जैसे बड़े प्रोडक्ट्स का मालिक है। और दुनिया के अरबों लोगों को आपस में जोड़ता है।
वर्तमान में भारत में फेसबुक यूज़र्स को फेसबुक का इस्तेमाल करने के दौरान कई चुनौतियों और समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है जैसे
फेक न्यूज़ और अफवाहों का तेज़ी से फैलना।
राजनीतिक ध्रुवीकरण और ट्रोलिंग।
गोपनीयता और डेटा सुरक्षा के प्रति कम जागरूकता।
असत्यापित जानकारी को सच मानने की प्रवृत्ति।
यदि हम विकसित देश (जैसे अमेरिका, यूरोप) की तुलना में भारत में फेसबुक के उपयोग की बात करें तो हम निम्न कारण पाएंगे जैसे
डिजिटल साक्षरता भारत में मध्यम से कम है वही विकसित देश (जैसे अमेरिका, यूरोप) में डिजिटल साक्षरता काफी अधिक है |
कंटेंट क्वालिटी भारत में कंटेंट क्वालिटी विविध, पर कई बार अविश्वसनीय है जबकि तुलनात्मक रूप से विकसित देश (जैसे अमेरिका, यूरोप) में अधिक विश्वसनीय है |
फेक न्यूज की रोकथाम भारत में कमजोर है , तुलनात्मक रूप से विकसित देश (जैसे अमेरिका, यूरोप) में AI, मॉडरेशन और नीति से नियंत्रित है |
गोपनीयता जागरूकता भारत में कम है, तुलनात्मक रूप से विकसित देश (जैसे अमेरिका, यूरोप) में अधिक है
यूजर उद्देश्य भारत में व्यक्तिगत, प्रचार | तुलनात्मक रूप से विकसित देश (जैसे अमेरिका, यूरोप) में व्यक्तिगत, नेटवर्किंग, व्यवसायिक
भारत में फेसबुक एक बहुउपयोगी माध्यम बन गया है — व्यक्तिगत, व्यवसायिक और सामाजिक दृष्टिकोण से। परंतु सही उपयोग की जागरूकता अभी पूरी तरह नहीं है।
भारतीय यूजर्स को भी यूरोपीय देशों की भांति डिजिटल साक्षरता और फैक्ट-चेकिंग की आदत विकसित करनी होगी, ताकि इसका उपयोग और प्रभावशाली तथा सुरक्षित हो सके।
जुकरबर्ग ने कहा था कि हमारा उद्देश्य “एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म बनाना था जहाँ लोग ऑनलाइन जुड़ सकें, जानकारी साझा कर सकें, और सामाजिक रूप से खुद को व्यक्त कर सकें — जैसे वे असल दुनिया में करते हैं।”
यदि हम जुकरबर्ग के उद्देश्य के अनुसार फेसबुक का उपयोग करें तो हम बाकई में फेसबुक से कई तरह के संभावित लाभ प्राप्त कर सकते हैं साथ ही फेसबुक यूज़र्स साइबर क्राइम से भी खुद को आसानी से बचा सकते हैं |
मित्रता अनुरोध ( Friend Requests) फेसबुक अपने यूज़र्स को मित्रता अनुरोध ( Friend Requests) भेजने और स्वीकार करने दोनों का विकल्प देता है |
ऐसे में जो हमारे पहले से ही मित्र या रिश्तेदार हैं उनके विषय में तो एक फेसबुक यूज़र्स के रूप में सभी बाते पहले से ही जानते हैं किन्तु कई फेसबुक यूज़र्स ऐसे भी होते हैं जिनको हम पहले से नहीं जानते लेकिन फिर भी अक्सर हम अपरिचित यूज़र्स को या तो मित्रता अनुरोध ( Friend Requests) भेज देते हैं या उनके द्वारा भेजे हुए मित्रता अनुरोध ( Friend Requests) को स्वीकार कर लेते हैं |
अब प्रश्न उठता है कि क्या हमको अपरिचित यूज़र्स को या तो मित्रता अनुरोध ( Friend Requests) भेजनी या स्वीकार नहीं करनी चाहिए ?
नहीं ऐसा बिलकुल भी नहीं है लेकिन ऐसा करने से पहले हमें कुछ साबधानी अवश्य बरतनी चाहिए जैसे किसी भी अपरिचित यूज़र्स को मित्रता अनुरोध ( Friend Requests) भेजने या स्वीकार करने से पहले उसकी फेसबुक प्रोफ़ाइल को अच्छे से परखना चाहिए यदि अपरिचित यूजर सही होगा तो हमें उसकी प्रोफ़ाइल पर उसके द्वारा पूर्व में पोस्ट की हुई सामग्री से उसके कार्य, उसकी वास्तविकता, उसकी सोच , उसके विचार इत्यादि के बिषय में जानकारी मिल जायेगी | यदि उसके द्वारा पूर्व में की गई पोस्ट के माध्यम से आपको उसके कार्य, उसके शहर, उसके कार्यस्थल इत्यादि के विषय में आपको जानकारी प्राप्त हो पा रही है तो आप निसंदेह उस अपरिचित यूजर को या उसके द्वारा भेजे गए मित्रता अनुरोध को स्वीकार कर सकते हैं |
अक्सर देखा जाता है कि कई यूज़र्स के कई सारे फेसबुक फ्रेंड्स होते हैं और वह सिर्फ अपनी रील्स के व्यूस इत्यादि बढ़ाने के लिए कई फ्रेंड्स फेसबुक पर बना लेते हैं | और न तो कभी उनके जीवन में आये विशेष क्षण जैसे जन्मदिन, प्रोमोशन, नवीन व्यापारिक या राजनितिक उपलब्धियों ईत्यादि अवसरों पर उनको बधाई भी नहीं देते हैं और यदि कोई अपरिचित फेसबुक फ्रेंड अपनी तरफ से उनको उनके जीवन में आये विशेष क्षणों पर बधाई देता है तो वे उसको कोई रिस्पॉन्स नहीं देते हैं |
ऐसे में जुकरबर्ग के उद्देश्य की कतई पूर्ति नहीं होती है |
वर्चुअलिटी के साथ ह्यूमनिटी को भी रखे बरकरार : निःसंदेह फेसबुक मित्रता एक वर्चुअल मित्रता है लेकिन इस वर्चुअल मित्रता को करने बाला तो एक ह्यूमन ही है ह्यूमन के द्वारा की गई पोस्ट वर्चुअल हो सकती हैं लेकिन उस पोस्ट या टेक्स्ट के पीछे उसकी भावनाये एक ह्यूमन की भावनाये ही होती हैं ऐसे में बहुत जरूरी है कि वर्चुअलिटी के साथ ह्यूमनिटी को भी बरकरार रखे |
व्यापार से लेकर शादी के लिए रिश्ते तक की तलाश कर सकते हैं फेसबुक के माध्यम से :
ऑनलाइन के इस जमाने में शॉपिंग, खाना, टूर एण्ड ट्रेबल व्यापार यहाँ ताकि शादी के लिए रिश्ते की तलाश सभी कुछ ऑनलाइन भुगतान करके प्राप्त किया जा सकता है | लेकिन फेसबुक मात्र एक ऐसा माध्यम है जिसका निशुल्क प्रयोग करके उपयोगकर्ता व्यापार से लेकर शादी के लिए रिश्ते की तलाश भी निशुल्क कर सकता है | बस यूजर्स को सिर्फ सतर्कता और जागरूकता से फेसबुक का प्रयोग करना होगा |
इसके लिए आपको बस फेसबुक पर सही मित्रों को चुनाव करना होगा उनकी प्रोफ़ाइल के माध्यम से आप उनके कार्य इत्यादि की जानकारी आसानी से कर सकते हैं |
ऐसे बना सकते हैं एक प्रभावशाली फेसबुक प्रोफाइल
फेसबुक पर एक प्रभावशाली प्रोफ़ाइल बनाने के लिए आपको अपनी वास्तविक जानकारी स्पष्ट रूप से अंकित करनी चाहिए
जैसे आपको अपने प्रोफेशन की स्पष्ट जानकारी, अपनी वैवाहिक स्थिति, पसंद और न पसंद चीजों की जानकारी, इत्यादि सभी जानकारियां फेसबुक प्रोफ़ाइल में अंकित करनी चाहिए आपके द्वारा आपकी वैवाहिक जानकारी जैसे single,
In a relationship, Engaged, Married अंकित करने से आपके विषय में जानकारी स्पष्ट रूप से प्राप्त की जा सकती है जिससे संभव है कि आपको आपके अनुकूल कोई रिश्ता फेसबुक फ्रेंड के माध्यम से प्राप्त हो जाए वो भी बिलकुल निःशुल्क |
इसके अतिरिक्त आपकी प्रोफ़ाइल फोटो और कवर फोटो भी उद्देश्यपूर्ण होनी चाहिए |
प्रोफ़ाइल फोटो और कवर फोटो में क्या अंतर है?
प्रोफ़ाइल फोटो (Profile Photo)
प्रोफ़ाइल फोटो की स्थिति (Location) : आपकी प्रोफ़ाइल के बाईं ओर (गोल या चौकोर फ्रेम में)
मुख्य उद्देश्य : आपकी पहचान दिखाने के लिए
फोकस में क्या हो : चेहरा या प्रतीक (लोगो आदि)
आकार : लगभग 170×170 px (Desktop), 128×128 (Mobile)
कवर फोटो (Cover Photo)
प्रोफ़ाइल के ऊपरी भाग में, एक बड़ी चौकोर/आयताकार छवि
मुख्य उद्देश्य : आपकी पृष्ठभूमि, रुचि, ब्रांड या मूड दिखाने के लिए
फोकस में क्या हो : कोई दृश्य, स्लोगन, टीम, इवेंट या रचनात्मक जानकारी
आकार : लगभग 820×312 px (Desktop), 640×360 (Mobile)
इन फोटो को किस उद्देश्य से लगाया जाता है?
प्रोफ़ाइल फोटो का उद्देश्य:
पहचान दर्शाना: यह आपके नाम के साथ हर पोस्ट, कमेंट, मैसेज आदि के पास दिखती है।
विश्वास निर्माण: अच्छी प्रोफाइल फोटो से लोग आपको ज्यादा गंभीरता से लेते हैं।
ब्रांडिंग: व्यवसायिक पेज में यह आपका लोगो या ब्रांड चेहरा हो सकता है।
कवर फोटो का उद्देश्य:
आपकी रुचि या ब्रांड की पृष्ठभूमि दिखाना।
व्यक्ति: यात्रा, परिवार, कला, प्रेरणात्मक उद्धरण।
संस्था/पेज: प्रचार, ऑफर, इवेंट, टैगलाइन।
दर्शकों को एक “फील” देना कि आप कौन हैं या क्या करना चाहते हैं।
3.यूज़र को प्रोफ़ाइल और कवर फोटो किस तरह से लगानी चाहिए?
प्रोफ़ाइल फोटो के लिए सुझाव:
चेहरा साफ-साफ दिखना चाहिए (सामने से खींची गई फोटो बेहतर होती है)।
प्राकृतिक प्रकाश का प्रयोग करें।
बहुत ज्यादा फिल्टर या इफेक्ट से बचें।
यदि यह ब्रांड पेज है, तो स्पष्ट लोगो इस्तेमाल करें।
फोटो अकेले की होनी चाहिए, ग्रुप फोटो प्रोफाइल में न लगाएं।
कवर फोटो के लिए सुझाव:
यह आपके प्रोफाइल का “पहला इम्प्रेशन” होता है।
रंग संयोजन और टेक्स्ट पठनीय हो (contrast अच्छा हो)।
यदि आप कोई उद्देश्य या व्यवसाय दिखाना चाहते हैं, तो उसमें Tagline, Logo या QR code भी लगा सकते हैं।
यदि व्यक्तिगत है, तो यात्रा, शौक, विचार, या प्रेरणा से जुड़ी छवि चुनें।
याद रखिये कि
प्रोफाइल फोटो आपकी पहचान (Identity) है, और कवर फोटो = छवि या छाप (Impression or Background) है |
दोनों फोटो यदि सोच-समझकर लगाए जाएं तो वे आपकी सोशल उपस्थिति को बहुत प्रभावशाली बना सकते हैं फिर चाहे आप छात्र हों, प्रोफेशनल हों, या कोई ब्रांड चला रहे हों।
फेक प्रोफ़ाइल की जांच कैसे संभव है ये भी बताएं
जी बिलकुल जल्दी ही आपके प्रश्न से सम्बंधित जानकारी पर लेख प्रकाशित करेंगे, धन्यवाद !
टीम एम जी न्यूज़ !
आपका यह लेख काफी अच्छा लगा पढ़कर काफी कुछ जानकारी प्राप्त हुई कृपया यह जानकारी भी विस्तार से दें की हम सोशल साइट्स भी चलाये और साइबर क्राइम के भी शिकार न हों
आपका यह लेख काफी अच्छा लगा पढ़कर काफी कुछ जानकारी प्राप्त हुई कृपया यह जानकारी भी विस्तार से दें की हम सोशल साइट्स भी चलाये और साइबर क्राइम के भी शिकार न हों
जी बिलकुल जल्दी ही आपके प्रश्न से सम्बंधित जानकारी पर लेख प्रकाशित करेंगे, धन्यवाद !
टीम एम जी न्यूज़ !