एसएन मेडिकल कॉलेज में किया गया पीडियाट्रिक फंडामेंटल क्रिटिकल केयर एवं आईयूसीडी कार्यशाला का आयोजन

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एम जी न्यूज़ नेटवर्क : आगरा : गुरुबार को एस एन मेडिकल कॉलेज के बालरोग विभाग में (PFFC)पेडियाट्रिक फंडामेंटल क्रिटिकल केयर वर्कशॉप  का आयोजन किया गया । वर्कशाप का शुभारंभ कालेज के उप  प्रधानाचार्य डा० टी०पी० सिंह द्वारा किया गया ।

बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डा० नीरज कुमार ने बच्चो में होने  वाली गम्भीर बीमारियों के उपचार पर प्रकाश डाला उन्होने बच्चो में अल्प रक्तचाप, संकमित रोगो के इलाज  को विस्तार से बताया वर्कशॉप में एस.जी.पी.जी.आई. रोहतक के प्रोफेसर डा० कुन्दन मित्तल ने मेकनिकल वैन्टीलेशन के बारे मे बताया वहीँ बाल रोग विभाग की  डा० मधुनायक ने दिमाग के  रोगों की  आपातकालीन स्थितियो के उपचार पर व्याख्यान दिया और एनीस्थिीसिया विभाग  की सह आचार्य डा० अर्पिता सक्सैना ने बच्चों  में सिडैशन एवं एनाल्जेसिया को  विस्तार पूर्वक बताया, डा० अनामिका गोयल ने एम्बुलेंस के माध्यम से मरीज को स्थानातरण के दौरान ली जाने वाली सावधनियाँ पर प्रकाश डाला, डा० रामक्षितिज शर्मा ने बच्चों में गुर्दे सम्बंन्धित गम्भीर बीमारियों के बारे में विस्तार से बताया।

इस गोष्टी में डा० शिव प्रताप सिंह, डा० राजेश्वर दयाल, डा० संयम अली खान, डा० शिखा गुप्ता, डॉ नेहा अग्रवाल डा० प्रीति अग्रवाल, डॉ मेघा अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।

कार्यशाला के दौरान उपस्थित डॉक्टर्स

गुरुबार को ही एस.एन. मेडिकल कॉलेज आगरा के प्रधानाचार्य डॉ प्रशांत गुप्ता के संरक्षण में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग  में  IUCD पर भी एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमे आचार्य एवं विभाग अध्यक्ष स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग डॉ रिचा सिंह, आचार्य डॉ उर्वशी, आचार्य डॉ रुचिका गर्ग , आचार्य डॉ पूनम यादव द्वारा पीजी छात्रों को IUCD डालने की विधि पर प्रशिक्षण दिया गया ।

कार्यशाला के दौरान उपस्थित डॉक्टर्स

IUCD का मतलब “अंतर्गर्भाशयी गर्भनिरोधक उपकरण” है। यह एक प्रकार का जन्म नियंत्रण है जिसे गर्भावस्था को रोकने के लिए गर्भाशय में डाला जाता है। यह 5 साल तक गर्भनिरोधक का कार्य करता है।   कार्यशाला में यह बताया कि IUCD  महिलाओं में होने वाली अधिक ब्लीडिंग को भी रोकता है, जिससे आगे चलकर हिस्टोरेक्टोमी से भी बचा जा सकता है। इसका लाभ यह भी है कि महिलाओं को गर्भ निरोधक दवा नहीं खानी पड़ती है । कार्यशाला में डॉ  दिव्या शर्मा द्वारा IUCD पर एक लेक्चर दिया गया । कार्यशाला में डॉ शिखा सिंह, डॉ अनु पाठक आदि  संकाय सदस्य एवं परास्नातक छात्र उपस्थित रहे।

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