वेतन, पैंशन तो दीजिये वर्ना कैसे मनाएंगे दीपावली : उ0 प्र0 जल निगम संघर्ष समिति
लखनऊ : एम जी न्यूज़ नेटवर्क : डबल इंजन की सरकार जहां प्रदेश के सभी नागरिकों के हितों और स्वाभिमान की रक्षा की लगातार बात करती है वहीं इसी सरकार के नुमाइंदे सरकार के ही वादों और दावों पर लगातार चोट करने पर आमादा दिखते हैं |
इसी चोट का एक उदाहरण हाल ही मे सामने आया है, आपको बता दें कि उत्तर-प्रदेश जल निगम संघर्ष समिति द्वारा उत्तर-प्रदेश जल निगम नगरीय और उत्तर-प्रदेश जल निगम ग्रामीण के प्रबंध निदेशक को पत्र लिख कर कर्मियों और पैंशनरों के बकाया वेतन और पैंशन दीपबली से पूर्व दिये जाने की मांग की है | संघर्ष समिति द्वारा लिखे गए पत्र के द्वारा कहा गया है कि दीपबली जैसे महत्वपूर्ण त्योहार पर भी वेतन / पैंशन से वंचित रख कर कर्मियों को सामाजिक रूप से अपमानजनक स्थिति मे लाया जा रहा है |

संघर्ष समिति ने अपने लिखे पत्र मे दोनों निगमों के प्रबंध निदेशकों से वेतन/ पैंशन की मांग करते हुये कहा है कि जल निगम नगरीय मे माह मई के बाद तथा ग्रामीण में माह जुलाई के बाद वेतन / पैंशन का कोई भी अता-पता नहीं है और इस विषय पर दोनों निगमों का प्रबंधन न केबल चिंतामुक्त है बल्कि इस बिषय पर चर्चा शून्य है | संघर्ष समिति ने आगे कहा कि चार माह से वेतन और पैंशन न मिलने से निगम कर्मी और पैंशनर कैसे अपना भरण-पोषण कर रहे हैं ये तो वही बता सकते हैं |

दीपाबली पर बोनस दिये जाने की परम्परा भी समाप्त किए जाने पर भी संघर्ष समिति ने अपनी चिंता जाहिर की है |
बुजुर्ग पैंशनर नहीं करा पा रहे अपना इलाज – एक बुजुर्ग पैंशनर द्वारा हमारी टीम को बताया गया की पैंशन समय से न मिल पाने के कारण डॉक्टर की फीस और दवाइयों का खर्च जैसी महत्वपूर्ण आवश्यकताओं की पूर्ति भी नहीं हो पाती जिस कारण काफी समस्या होती है इस उम्र मे कोई पैसे उधार देने को भी तैयार नहीं होता और यदि किसी से पैसा उधार मिल भी जाये तो पैंशन समय से न मिलने के कारण उधार समय से न चुका पाने के कारण समाज मे अपमानित होना पड़ता है | उन्होने सरकार पर भरोसा जताते हुये आगे कहा कि यदि सरकार चाहे तो हमे पैंशन दी जा सकती है |

